भारत के 75 रामसर साइट्स
नमस्कार दोस्तों, gk-test.com पर आप सभी का स्वागत है| आज के इस लेख में हम भारत के सभी 75 रामसर साइट्स यानिकि 75 Ramsar Sites in India with Map को डिस्कस करेंगे| यह लेख विभिन्न परीक्षाओ में पूछे गए प्रश्नों के ऊपर आधारित है तथा अगर आप किसी भी परीक्षा जैसे UPSC, IAS, SSC MTS, SSC GD, SSC CHSL, SSC CGL, SSC CPO, NDA, CDS, Bank PO, IBPS की तैयारी कर रहे है तो यह पोस्ट आपके लिए महत्वपूर्ण होगा|
आर्द्रभूमि क्या है?
What is Wetlands – भूमि का वह हिस्सा जो हमेशा जल से संतृप्त हो या जल मे डूबा रहे आर्द्रभूमि कहलाता है| दुसरे शब्दों में – “स्थलीय और जलीय पारिस्थितिकी प्रणालियों के बीच संक्रमणकालीन भूमि जहाँ जल आमतौर पर सतह पर होता है या भूमि उथले पानी से ढकी होती है”|
आर्द्रभूमि मे दलदल[Swamps], दलदली भूमि[Marshes] झीलें, लैगून, तालाब, डेल्टा, प्रवाल भित्तियाँ, उथले समुद्र, बाढ़ के मैदान, आदि शामिल हैं।
आर्द्रभूमि के प्रकार
Types of Wetlands – आर्द्रभुमियों के सभी प्रकार निम्नलिखित हैं|
- तटीय आर्द्रभूमि: तटीय आर्द्रभूमि भूमि और खुले समुद्र के बीच के क्षेत्रों में पाई जाती है जो तटरेखा, समुद्र तट, मैंग्रोव और प्रवाल भित्तियों की तरह नदियों से प्रभावित नहीं होते हैं।
- इसका एक अच्छा उदाहरण उष्णकटिबंधीय तटीय क्षेत्रों में पाए जाने वाले मैंग्रोव दलदल हैं।
- उथली झीलें और तालाब: ये आर्द्रभूमियाँ स्थायी या अर्द्ध-स्थायी पानी वाले क्षेत्र हैं जिनमें कम प्रवाह होता है। इनमें तालाब, स्प्रिंग पूल, साल्ट लेक और ज्वालामुखी क्रेटर झीलें शामिल हैं।
- दलदल: ये जल से संतृप्त क्षेत्र या पानी से भरे क्षेत्र होते हैं और गीली मिट्टी की स्थिति के अनुकूल जड़ी-बूटियों वाली वनस्पतियाँ इनकी विशेषता होती है। दलदल को आगे ज्वारीय दलदल और गैर-ज्वारीय दलदल के रूप में जाना जाता है।
- स्वैंप्स: ये मुख्य रूप से सतही जल द्वारा पोषित होते हैं तथा यहाँ पेड़ व झाड़ियाँ पाई जाती हैं। ये मीठे पानी या खारे पानी के बाढ़ के मैदानों में पाए जाते हैं।
- बॉग्स: दलदल पुराने झील घाटियाँ या भूमि में जलभराव वाले गड्ढे हैं। इसमें लगभग सारा पानी वर्षा के दौरान जमा होता है।
- मुहाना: जहाँ नदियाँ समुद्र से मिलती हैं वहाँ जैव विविधता का एक अत्यंत समृद्ध मिश्रण देखने को मिलता है। इन आर्द्रभूमियों में डेल्टा, ज्वारीय मडफ्लैट्स और नमक के दलदल शामिल है|
आर्द्रभुमियों का महत्त्व
Importance of Wetlands – आर्द्रभूमि जैव विविधता के दृष्टिकोण से एक बहुत ही समृद्ध स्थान होता है
आर्द्रभूमि लोगों, मछली और वन्यजीवों के लिए कई महत्वपूर्ण सेवाएं प्रदान करते हैं जैसे कि पानी की गुणवत्ता की रक्षा और सुधार, मछली और वन्यजीवों के लिए आवास प्रदान करना, बाढ़ के पानी का भंडारण करना, शुष्क अवधि के दौरान सतह के जल प्रवाह को बनाए रखना और मिट्टी के क्षरण को कम करना।
रामसर कन्वेंशन
- दुनिया भर मे बढ़ते हुए शहरीकरण व औद्योगीकरण के कारण आर्द्रभूमियों का संकुचन हो रहा है, इसीलिए विश्व के महत्वपूर्ण आर्द्रभूमियों को बचाने के लिए इन्हें रामसर साइट का दर्जा दिया जाता है|
- 2 फरवरी, 1971 मे कैस्पियन सागर के किनारे ईरान के शहर रामसर मे विश्व की आर्द्रभूमियों के संरक्षण के लिए रामसर समझौता हुआ और इसे आर्द्रभूमियों पर रामसर समझौते के नाम से जाना जाता है|
- इस समझौते का नाम Ramsar Convention on Wetlands of International Importance especially as Waterfowl Habitat है तथा इसे 21 दिसम्बर, 1975 को लागू किया गया था|
- आर्द्रभुमियों के संरक्षण के प्रति जागरूकता के लिए प्रत्येक वर्ष 2 फ़रवरी को विश्व आर्द्रभूमि दिवस मनाया जाता है|
- शुरुआत में इस समझौते में कुल 7 देश शामिल थे, परन्तु वर्तमान में हस्ताक्षर करने वाले कुल देशों की संख्या 171 है|
- भारत 1 फ़रवरी, 1982 को रामसर अभिसमय में शामिल हुआ|
- प्रत्येक 3 वर्ष के अन्तराल पर सदस्य देशों की बैठक का आयोजन किया जाता है
- COP-13 – दुबई, UAE [2018]
- COP-14 – वुहान, चीन [2021]
- विश्व में कुल 2424 आर्द्रभुमियों को रामसर साईट की सूची में शामिल किया गया है|
- विश्व में सर्वाधिक रामसर साइट्स यूनाइटेड किंगडम हैं, जहाँ इनकी संख्या 175 है|
- रामसर साइट्स का सर्वाधिक क्षेत्रफल बोलीविया[148000 वर्ग किमी] देश में विस्तृत हैं|
- विश्व की पहली रामसर साईट कोबोर्ग प्रायद्वीप है, जोकि ऑस्ट्रलिया देश हैं| इसे वर्ष 1974 में पहले रामसर साइट के रूप में मान्यता दिया गया था|
भारत में रामसर साइट्स की संख्या
- वर्तमान में भारत में कुल रामसर साइट्स की संख्या 75 है|
- वर्ष 2022 में भारत में कुल 28 रामसर साइट्स को जोड़ा गया तथा इसी वर्ष गोवा, कर्नाटक व मिजोरम को पहला रामसर स्थल प्राप्त हुआ|
- भारत की पहली रामसर साइट ओडिशा की चिलिका झील व राजस्थान का केवलादेव पक्षी अभ्यारण्य हैं, जिसे वर्ष 1981 में रामसर साइट्स का दर्जा दिया गया था|
- वर्तमान में भारत में सर्वाधिक रामसर साइट्स तमिलनाडू राज्य में हैं, जहाँ पर इनकी संख्या 14 है|
- भारत में सबसे बड़ा रामसर साइट्स सुन्दरवन डेल्टा [पश्चिम बंगाल – 4230 वर्ग किमी] है|
- भारत में सबसे छोटा रामसर साइट्स रेणुका आर्द्रभूमि [हिमाचल प्रदेश – 0.2 वर्ग किमी] है|
मोंट्रयूक्स रिकॉर्ड
- मानव के हस्तक्षेप, प्रौद्योगिकी विकास व प्रदुषण से प्रभावित आर्द्रभूमि को Montreux Record में रखा जाता है| इस रिकॉर्ड में विश्व की कुल 48 साइट्स शामिल हैं|
- भारत में केवलादेव राष्ट्रीय पार्क व लोकटक झील Montreux Record में शामिल है|
अब हम राज्यवार भारत के सभी रामसर साइट्स के बारे में मानचित्र द्वारा पढ़ेंगे|
तमिलनाडु राज्य के रामसर साइट्स
Ramsar Sites in Tamil Nadu – तमिलनाडु राज्य में कुल 14 रामसर साइट्स हैं, जिनके नाम निम्नलिखित हैं तथा इन्हें मानचित्र में दर्शाया गया है|
- पॉइंट कैलिमेर WS
- गल्फ ऑफ़ मन्नार MBR
- पल्लीकरानई मार्श रिजर्व फारेस्ट
- वडावुर BS
- सुचिन्द्रम थेरुर WC
- करिकली BS
- चित्रानगुडी BS
- पिचावरम मैन्ग्रोव
- वेल्लोड BS
- उदयमार्तंडपुरम BS
- वेम्बान्नुर आर्द्रभूमि
- वेदान्थंगल BS
- कांजीरंकुलम BS
- कुन्थानकुलम BS
Ramsar Sites in Uttar Pradesh – उत्तर प्रदेश राज्य में कुल 10 रामसर साइट्स हैं, जिनके नाम निम्नलिखित हैं तथा इन्हें मानचित्र में दर्शाया गया है|
- ऊपरी गंगा नदी
- समन BS
- हैदरपुर आर्द्रभूमि
- सरसई नवर झील
- कीथम झील/सुर सरोवर झील
- समसपुर BS
- पार्वती अरगा BS
- बखिरा वन्यजीव अभ्यारण्य
- नवाबगंज BS
- सैंडी BS
पंजाब राज्य के रामसर साइट्स
Ramsar Sites in Punjab – पंजाब राज्य में कुल 6 रामसर साइट्स हैं, जिनके नाम निम्नलिखित हैं तथा इन्हें मानचित्र में दर्शाया गया है|
- कांजली आर्द्रभूमि
- हरिके आर्द्रभूमि
- केशोपुर मियानी CR
- ब्यास CR
- नांगल WS
- रोपड़ आर्द्रभूमि
Ramsar Sites in Odisha – ओडिशा राज्य में कुल 6 रामसर साइट्स हैं, जिनके नाम निम्नलिखित हैं तथा इन्हें मानचित्र में दर्शाया गया है|
- चिल्का झील
- भीतरकनिका मैंग्रोव
- अनसुपा झील
- हीराकुड जलाशय
- सतकोसिया जॉर्ज
- तम्पारा झील
Ramsar Sites in Jammu and Kashmir and Ladakh – जम्मू-कश्मीर में कुल 5 व लद्दाख में कुल 2 रामसर साइट्स हैं, जिनके नाम निम्नलिखित हैं तथा इन्हें मानचित्र में दर्शाया गया है|
जम्मू व कश्मीर
- होकेरा आर्द्रभूमि
- वूलर झील
- सूरिसर मनसर झील
- हाइगम आर्द्रभूमि CR
- शालबघ आर्द्रभूमि CR
लद्दाख
- सो-मोरीरी
- सो कर
Ramsar Sites in Gujarat – गुजरात राज्य में कुल 4 रामसर साइट्स हैं, जिनके नाम निम्नलिखित हैं तथा इन्हें मानचित्र में दर्शाया गया है|
- नलसरोवर BS
- खिजडिया वन्यजीव अभ्यारण्य
- थोल झील WS
- वधावन आर्द्रभूमि
Ramsar Sites in Madhya Pradesh – मध्य प्रदेश राज्य में कुल 4 रामसर साइट्स हैं, जिनके नाम निम्नलिखित हैं तथा इन्हें मानचित्र में दर्शाया गया है|
- भोज ताल
- साख्य आर्द्रभूमि
- सीरपुर आर्द्रभूमि
- यशवंत सागर
Ramsar Sites in Himachal Pradesh – हिमाचल प्रदेश राज्य में कुल 3 रामसर साइट्स हैं, जिनके नाम निम्नलिखित हैं तथा इन्हें मानचित्र में दर्शाया गया है|
- रेणुका झील
- पोंग बाध झील
- चंद्रा ताल
Ramsar Sites in Kerala – केरल राज्य में कुल 3 रामसर साइट्स हैं, जिनके नाम निम्नलिखित हैं तथा इन्हें मानचित्र में दर्शाया गया है|
- अष्टमुदी झील
- वेम्बानद झील
- सस्थमकोट्टा झील
Ramsar Sites in Maharashtra – महाराष्ट्र राज्य में कुल 3 रामसर साइट्स हैं, जिनके नाम निम्नलिखित हैं तथा इन्हें मानचित्र में दर्शाया गया है|
- नंदूर मधमेश्वर झील
- लोनार झील
- थाणे क्रीक
Ramsar Sites in Uttar Pradesh – हरियाणा राज्य में कुल 2 रामसर साइट्स हैं, जिनके नाम निम्नलिखित हैं तथा इन्हें मानचित्र में दर्शाया गया है|
- सुल्तानपुर NP
- भिंडवास WS
Ramsar Sites in Rajasthan – राजस्थान राज्य में कुल 2 रामसर साइट्स हैं, जिनके नाम निम्नलिखित हैं तथा इन्हें मानचित्र में दर्शाया गया है|
- केवलादेव NP
- साम्भर झील
Ramsar Sites in West Bengal – पश्चिम बंगाल राज्य में कुल 2 रामसर साइट्स हैं, जिनके नाम निम्नलिखित हैं तथा इन्हें मानचित्र में दर्शाया गया है|
- पूर्वी कोलकाता
- सुंदरवन WS
Ramsar Sites in Tripura & Manipur – त्रिपुरा व मणिपुर राज्य में 1-1 रामसर साइट्स हैं, इनके नाम क्रमशः रुद्रसागर झील व लोकटक झील है तथा इन्हें नीचे मानचित्र में दर्शाया गया है|
Ramsar Sites in Andhra Pradesh – आंध्र प्रदेश राज्य में सिर्फ 1 रामसर साइट हैं, जिसका नाम कोलेरू झील है जिसे नीचे मानचित्र में दर्शाया गया है|
Ramsar Sites in Assam – असम राज्य में सिर्फ 1 रामसर साइट हैं, जिसका नाम दीपोर बील है जिसे नीचे मानचित्र में दर्शाया गया है|
Ramsar Site in Bihar – बिहार राज्य में सिर्फ 1 रामसर साइट हैं, जिसका नाम कंवर ताल या काबरताल झील जिसे नीचे मानचित्र में दर्शाया गया है|
Ramsar Site in Uttarakhand – उत्तराखंड राज्य में सिर्फ 1 रामसर साइट हैं, जिसका नाम आसन बैराज है जिसे नीचे मानचित्र में दर्शाया गया है|
कर्नाटक राज्य के रामसर साइट
Ramsar Site in Karnataka – कर्नाटक राज्य में सिर्फ 1 रामसर साइट हैं, जिसका नाम रंगनथितु पक्षी अभ्यारण्य है जिसे नीचे मानचित्र में दर्शाया गया है|
मिजोरम व गोवा राज्य के रामसर साइट्स
Ramsar Site in Mizoram and Goa – मिजोरम व गोवा राज्य में 1-1 रामसर साइट्स हैं, जिनके नाम क्रमशः पाला आर्द्रभूमि व नन्दा झील है जिन्हें नीचे मानचित्र में दर्शाया गया है|